आदित्य बिरला फाइनेंस लिमिटेड

ABC सॉल्यूशंस

ब्याज दर का मॉडल

किसी विशेष प्रकार के लोन पर लागू ब्याज दर निम्नलिखित कारकों के आधार पर निर्धारित की जाएगी:

  • एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी समय-समय पर प्रत्येक प्रोडक्ट के लिए ब्याज और यील्ड पर निर्णय करेगी
  • ब्याज की दर उधार ली गई फंड की लागत, लोन की अवधि, मार्केट में चल रही लिक्विडिटी की स्थिति, कार्य संचालन की लागत, उधारकर्ता या उधारकर्ताओं के समूह द्वारा उत्पन्न क्रेडिट रिस्‍क और लक्षित न्यूनतम लाभ मार्जिन के आधार पर निर्धारित की जाएगी
  • जैसा कि ऊपर बताया गया है, कस्टमर लेवल क्रेडिट रिस्क प्रीमियम, कस्टमर की प्रोफाइल और रिस्क रेटिंग के आधार पर मूल्यांकन किए गए कस्टमर के क्रेडिट और डिफॉल्ट जोखिम, कस्टमर की आय और पुनर्भुगतान क्षमता, प्राइमरी और कोलैटरल सिक्योरिटीज़ के प्रकार और वैल्यू, कस्टमर के पुनर्भुगतान ट्रैक रिकॉर्ड, कस्टमर की बाहरी रेटिंग, इंडस्ट्री ट्रेंड, क्रेडिट ब्यूरो रेटिंग आदि कारकों पर आधारित होगा
  • विभिन्न उधारकर्ताओं द्वारा एक ही अवधि के दौरान लिए गए समान प्रोडक्ट और अवधि के लिए ब्याज दर को मानकीकृत नहीं किया जाना चाहिए. उपरोक्त कारकों में से किसी एक पर या उन्‍हें मिला कर विचार करने के आधार पर यह अलग-अलग उधारकर्ताओं के लिए भिन्न हो सकती है. ब्याज की वार्षिक दर कस्टमर को सूचित की जाएगी. ब्याज दरें फिक्स्ड, फ्लोटिंग, परिवर्तनीय आधार पर प्रदान की जाएंगी. फ्लोटिंग दरों के लिए रेफरेंस रेट जैसे, लॉन्ग टर्म रेफरेंस रेट (LTRR) और शॉर्ट टर्म रेफरेंस रेट (STRR) को आवधिक आधार पर रिव्‍यू किया जाएगा और संशोधित ब्याज दरों के बारे में कस्टमर को सूचित किया जाएगा.
  • लागू रेफरेंस रेट और अन्य शुल्क वेबसाइट पर समय-समय पर बताए और अपडेट किए जाएंगे
  • क्रमबद्ध डिस्बर्समेंट के मामले में, ब्याज दर को रिव्यू किया जाएगा और डिस्बर्समेंट के समय प्रचलित दर के अनुसार या कंपनी द्वारा निर्धारित किए गए अनुसार यह भिन्न हो सकती है
  • सामान्य ब्याज के अलावा, कंपनी किसी देय राशि का भुगतान करने में देरी या चूक के लिए अतिरिक्त/दंडात्मक ब्याज लगा सकती है. ये अतिरिक्त या दंडात्मक ब्याज विभिन्न प्रोडक्ट के लिए अलग-अलग हो सकते हैं.