IPO फाइनेंसिंग के बारे में
व्यक्तियों और कंपनियों के लिए IPO में निवेश एक फायदे का सौदा होता है. हालांकि, ऐसा हो सकता है कि आपके पास IPO सब्सक्राइब करने के लिए आवश्यक धनराशि न हो. ऐसी स्थिति में किसी दूसरे स्त्रोत से पैसे जुटाने की ज़रूरत पड़ती है. आप उपलब्ध संसाधनों और आवश्यक फंड्स के बीच के अंतर को पूरा करने के लिए IPO फाइनेंसिंग के विकल्प पर विचार कर सकते हैं.
IPO फाइनेंसिंग की सुविधा क्यों लें?
आदित्य बिरला फाइनेंस आपको प्राइमरी मार्केट में अपने फंड्स का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है, जिससे आवंटन मात्रा कई गुना बढ़ जाती है. IPO फाइनेंसिंग एक बेहतरीन फाइनेंशियल विकल्प है, जो पूर्व-निर्धारित मार्जिन पर आवश्यक फंड और उपलब्ध संसाधनों के बीच के अंतर को खत्म करता है; ग्राहक को केवल मार्जिन राशि भरनी पड़ती है और बाकी की फंडिंग हम करते हैं. IPO लोन की मदद से आपको जो फंड्स मिलते हैं, आप उनका पूरा इस्तेमाल IPO में शेयर्स के लिए अप्लाई करने के लिए कर सकते हैं. आपके पास मार्केट के ट्रेंड और खरीदी गई सिक्योरिटीज़ के प्रकार के आधार पर शेयरों को होल्ड करने या बेचने की सुविधा भी होती है.
क्या IPO फाइनेंसिंग लेना सही है?
IPO फंडिंग की मदद से आप IPO में अधिक से अधिक शेयर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इससे बड़ा अलॉटमेंट मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं और बेहतर रिटर्न प्राप्त होते हैं.
आप सीधे कंपनियों से (प्राइमरी मार्केट से) या सेकंडरी मार्केट से IPO के शेयर खरीदने का विकल्प चुन सकते हैं, लेकिन प्राइमरी मार्केट में ये सिक्योरिटीज़ आपको कम कीमत में मिल जाती है. ओवर-सब्सक्राइब होने से पहले IPO के शेयर्स के लिए अप्लाई करते समय इसे याद रखने की सलाह दी जाती है.
जब आपको अप्लाई किए गए शेयरों में से कुछ या सारे शेयर अलॉट हो जाते हैं, तो इन शेयरों को आपके डीमैट अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाता है. लिस्ट होने के बाद आप प्रॉफिट बुक करने के लिए इन शेयरों को बेच सकते हैं. अगर आपको कोई शेयर अलॉट नहीं किया जाता है, तो आपका निवेश किया गया पैसा 10 दिनों की अवधि के भीतर वापस कर दिया जाता है.
IPO फाइनेंसिंग की विशेषताएं
- अवधि: 7 से 10 दिन.
- न्यूनतम लोन राशि: ₹ 25 लाख.
- लोन मार्जिन: केस-टू-केस बेसिस
- सब्सक्रिप्शन और लिस्टिंग के दौरान एप्लीकेशन, बैंकिंग और फॉलो-अप प्रोसेस के दौरान पूरा मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है.
अगले चरण...
- अगर आपके पास फिजिकल शेयर हैं, तो आपको IPO फाइनेंसिंग के लिए अप्लाई करने से पहले उन्हें डिमटीरियलाइज़ करना होगा.
- क्या आप प्रोडक्ट की संपूर्ण जानकारी चाहते हैं? ब्रोशर डाउनलोड करें.
- अगर आप LAS/LOC के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, तो एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करें.
IPO Financing FAQ's
IPO financing is a loan provided by financial institutions to investors who wish to participate in an Initial Public Offering but lack sufficient funds. It allows investors to purchase shares during the IPO. The shares serve as collateral until the loan is repaid after the shares are listed and their value increases.
The eligibility criteria for an IPO loan include:
- A good credit history.
- Sufficient collateral.
- Meeting the minimum income requirements set by the loan provider.
Additionally, investors may need to demonstrate their ability to repay the loan within the specified timeframe.
To apply for IPO financing, investors must contact a financial institution or brokerage firm offering such services. They would then fill out an application form and provide proof of identity, income, and collateral details. Once documents are approved, investors can use the financing to participate in the IPO, with the shares purchased serving as collateral for the loan.
The minimum and maximum loan amounts in IPO financing depend on the financial institution's or brokerage firm's policies. Usually, the minimum amount is a few thousand units of local currency. The maximum is a percentage of the IPO share value, subject to borrower creditworthiness and collateral.
To apply for IPO financing, you must provide:
- Identity proof (e.g., passport or driver's license).
- Address proof (e.g., utility bill or bank statement).
- Income proof (e.g., salary slips or income tax returns).
- Details of the IPO you intend to invest in.
- Details of the collateral you plan to pledge (if applicable).
Investing in an IPO offers the chance to buy into a company during its early stages of going public, potentially resulting in significant returns if the company succeeds. It also adds liquidity and diversification to investment portfolios.
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Contact a financial institution or brokerage firm offering IPO financing. Complete an application form and submit necessary documents like proof of identity, income, and collateral details. Upon approval, use the loan to participate in the IPO, with the purchased shares acting as collateral.
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